"रूपं देही जयं देही यशो देही द्विषो जहि" - श्री दुर्गासप्तशती
मैं देवी से यह प्रार्थना करता हूँ और आशीर्वाद मागता हूँ की हे देवी! हम रूपवान हो, विजयी हो, यशश्वी हो तथा हमारे द्वेषों अर्थात काम - क्रोध आदि का नाश हो.
Saturday, September 26, 2009
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