तुम्हें याद करते करते, जायेगी रैन सारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी ||
तुम्हें याद करते करते, जायेगी रैन सारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी ||
तुम्हें याद करते करते ||
मन हैं के जा बसा है, अनजान इक नगर में,
मन हैं के जा बसा है, अनजान इक नगर में |
कुछ खोजता हैं , पागल खोयी हुई डगर में |
इतने बड़े महल में, घबराऊ मैं बेचारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी |
तुम्हें याद करते करते ||
बिरहा की इस चिता से , तुम्ही मुझे निकालो,
बिरहा की इस चिता से , तुम्ही मुझे निकालो |
जो तुम ना आ सको तो , मुझे स्वप्न में बुला लो |
मुझे ऐसे मत जलाओ , मेरी प्रीत हैं कुवांरी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी|
तुम्हें याद करते करते , जायेगी रैन सारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी |
तुम्हें याद करते करते | तुम्हें याद करते करते | तुम्हें याद करते करते |
गायक - लता मंगेशकर, संगीतकार - शंकर जय क्रिशन गीतकार - शैलेन्द्र
चित्रपट - आम्रपाली (१९६६)
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी ||
तुम्हें याद करते करते, जायेगी रैन सारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी ||
तुम्हें याद करते करते ||
मन हैं के जा बसा है, अनजान इक नगर में,
मन हैं के जा बसा है, अनजान इक नगर में |
कुछ खोजता हैं , पागल खोयी हुई डगर में |
इतने बड़े महल में, घबराऊ मैं बेचारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी |
तुम्हें याद करते करते ||
बिरहा की इस चिता से , तुम्ही मुझे निकालो,
बिरहा की इस चिता से , तुम्ही मुझे निकालो |
जो तुम ना आ सको तो , मुझे स्वप्न में बुला लो |
मुझे ऐसे मत जलाओ , मेरी प्रीत हैं कुवांरी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी|
तुम्हें याद करते करते , जायेगी रैन सारी |
तुम ले गए हो अपने संग नींद भी हमारी |
तुम्हें याद करते करते | तुम्हें याद करते करते | तुम्हें याद करते करते |
गायक - लता मंगेशकर, संगीतकार - शंकर जय क्रिशन गीतकार - शैलेन्द्र
चित्रपट - आम्रपाली (१९६६)
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